tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post1858226344905336010..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: रेल बोर्ड के गलत निर्णयों से रेल संपत्ति का नुकसान और यात्रियों को परेशानीदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82173240015712701602009-06-03T23:13:13.799+05:302009-06-03T23:13:13.799+05:30यह सब घटिया राजनीतिक हताशा है .यह सब घटिया राजनीतिक हताशा है .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-75220232465670460692009-06-02T23:49:43.390+05:302009-06-02T23:49:43.390+05:30सबसे ज्यादा प्रभावित तो मेरे गाँव जाने वाली ट्रेने...सबसे ज्यादा प्रभावित तो मेरे गाँव जाने वाली ट्रेनें ही हुई हैं इससे....<br />वैसे सच पूछिये तो ये होना लाजिमी था। कितने लोग खार खाये बैठे थे बिहार में मिली अतिरिक्त रेल-सुविधाओं से लालू के रेल-राज के दौरानगौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-68178565304971508272009-06-02T22:32:11.331+05:302009-06-02T22:32:11.331+05:30एक बहुत ही व्यावहारिक विषय पर आपने बहुत ही सुलझे औ...एक बहुत ही व्यावहारिक विषय पर आपने बहुत ही सुलझे और विश्लेषणात्मक तरीके से लिखा है.<br /><br />दर असल सरकारी तंत्र बहुत से काम बिना सोचेसमझे करता है. इससे जनता भडक जाती है और एक बार जब नियंत्रण टूट जाता है तो उनको भलेबुरे की समझ नहीं रहती और वे राष्ट्रीय संपत्ति को नाश करते हैं.<br /><br />वैसे भी नागरिक शास्त्र पढाते समय विद्यार्थीयों में देशप्रेम और देशभक्ति जगाने की कोई कोशिश नहीं होती है.<br /><br />सस्नेह -- शास्त्री<br /><br />हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है<br />http://www.Sarathi.infoShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-102291441856891022009-06-02T21:05:35.112+05:302009-06-02T21:05:35.112+05:30दिनेश जी बिरोध करने के ओर भी बहुत से ढंग है, देश क...दिनेश जी बिरोध करने के ओर भी बहुत से ढंग है, देश की समप्ति को नुकसान पहुचा कर .... अच्छा हो जिस भी प्रदेश मै वहां की जनता समप्ति कॊ नुकसान पहुचाये, वो चीज उस प्रदेश से छीन ली जाये, ओर वो लोगो फ़िर से उस का भुगतान करे जो पकडेगेये है,यह बहादुरी नही वेबकुफ़ी है, अगर इस जनता मै इतना ही दम है तो क्यो नही गुंडे मवालियो से अपनी मां बहन की इज्जत बचाते, क्यो इन गुंडे नेताओ कि जुतियां खाते रहते हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-23824103954418258642009-06-02T19:57:14.386+05:302009-06-02T19:57:14.386+05:30रेलवे बोर्ड को इस तरह बिना सोचे समझे निर्णय नहीं ल...रेलवे बोर्ड को इस तरह बिना सोचे समझे निर्णय नहीं लेना चाहिए लेकिन जनता द्वारा इस तरह आक्रोश व्यक्त करने का तरीका एकदम गलत है इस तरह की हरकत कभी बर्दास्त नहीं होनी चाहिए | सोचिए उन लम्बी दुरी के यात्रियों की जो इस घटना में घायल तो नहीं हुए लेकिन यात्रा में व्यवधान से कितने परेशान हुए होंगे |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-59098357191921448602009-06-02T19:56:08.622+05:302009-06-02T19:56:08.622+05:30ऐसे आग लगा देना तो किसी भी तरह से जस्टिफाइड नहीं ह...ऐसे आग लगा देना तो किसी भी तरह से जस्टिफाइड नहीं है. पर सत्ता परिवर्तन होते ही बिना सोचे ऐसे फैसले... पता नहीं इसमें ममता मैडम का कितना हाथ है. पर जनता तो शायद यही सोच कर भड़की होगी... बनते ही ये हाल है तो पांच सालों में जाने क्या हो ! वैसे भी पिछले कई रेल मंत्री बिहार से रहे हैं तो रेलों का वहां विस्तार भी खूब हुआ है. तो....Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-34601473373918611902009-06-02T18:55:39.480+05:302009-06-02T18:55:39.480+05:30सुविधा लोगों को बहुत कठिनाई से प्राप्त होती है यदि...सुविधा लोगों को बहुत कठिनाई से प्राप्त होती है यदि उसे अनायास ही छीन लिया जाए तो नागरिकों का गुस्साना स्वाभाविक लगता है....<br />शतप्रतिशत आपके विचारो से सहमत हूँ . यदि एकाएक कोई सुविधा बंद कर दी जाए तो लोगो का भड़कना स्वाभाविक है . जनहित से जुड़े मामलों पर सरकार / रेलवे बोर्ड को सावधानीपूर्वक विचार करना चहियेसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-44928808878032371732009-06-02T18:48:52.201+05:302009-06-02T18:48:52.201+05:30मुझे समझ नही आता कि इस तरह रेल बोगी फ़ूंक कर क्या ...मुझे समझ नही आता कि इस तरह रेल बोगी फ़ूंक कर क्या होगा?<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-47571896933318471082009-06-02T18:15:04.151+05:302009-06-02T18:15:04.151+05:30आप की बात अपनी जगह बिलकुल सही है परन्तु जनता के द्...आप की बात अपनी जगह बिलकुल सही है परन्तु जनता के द्वारा इस तरह का उग्र व्यवहार अवांछनीय है.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.com