tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post1413460017992143022..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: बिलाग जगत कै ताईँ बड़ी सँकराँत को राम राम! आज पढ़ो दाभाई दुर्गादान सींग जी को हाड़ौती को गीतदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-29830448070234103212010-01-15T18:54:41.803+05:302010-01-15T18:54:41.803+05:30maiM bhee samajh naheeM paaI magar makara saMkraaM...maiM bhee samajh naheeM paaI magar makara saMkraaMMti kee aapako bahut bahut badhaaIनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-31447659965382392612010-01-15T17:31:10.559+05:302010-01-15T17:31:10.559+05:30बहुते कोशिश कईलीं त तनि तनि बुझाईल
जेतना बुझाईल बह...बहुते कोशिश कईलीं त तनि तनि बुझाईल<br />जेतना बुझाईल बहुत नीक लागल<br /><br />राऊर आभार!!!Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-33616872261928130402010-01-15T17:25:28.804+05:302010-01-15T17:25:28.804+05:30बहुत सुन्दर गीत. आपको भी मकर संक्रान्ति की शुभकामन...बहुत सुन्दर गीत. आपको भी मकर संक्रान्ति की शुभकामनायें.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-43608519637253546662010-01-14T17:42:27.398+05:302010-01-14T17:42:27.398+05:30बहुत सुन्दर . थोड़ी थोड़ी भाषा समझ में आई . मकर संक्...बहुत सुन्दर . थोड़ी थोड़ी भाषा समझ में आई . मकर संक्रांति की शुभकामनाये और बधाईसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-59162420612281113642010-01-14T17:16:25.447+05:302010-01-14T17:16:25.447+05:30जे दे थँने दुआ बेटी
व्हाँने शीश नवा बेटी
सब ने रख...<b>जे दे थँने दुआ बेटी<br />व्हाँने शीश नवा बेटी<br />सब ने रख जे ताती रोटी<br />अर तू गाळ्याँ खा बेटी।<br /><br />बेटी को दरद बेटी रो बाप ही जाणे छे,<br />बस आज तो आंख्याँ म्ह पाणी आग्यो।</b>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-74853863785339691522010-01-14T16:28:10.646+05:302010-01-14T16:28:10.646+05:30जा ऐ सासरे जा बेटी!
लूँण-तेल नें गा बेटी
सब ने रख...<b>जा ऐ सासरे जा बेटी!<br />लूँण-तेल नें गा बेटी<br />सब ने रख जे ताती रोटी<br />अर तू गाळ्याँ खा बेटी।।</b><br /><br />बेहद मार्मिक गीत है, इसका हिंदी अनुवाद आप अपनी सुविधानुसार इसी पोस्ट मे edit करके लगादें तो सभी इसके भावों को समझ पायेंगे. बेहद सार्थक और लाजवाब रचना है. आभार.<br /><br />आपको मकर सक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82666704550296895862010-01-14T15:49:07.047+05:302010-01-14T15:49:07.047+05:30हाडौती के मामले में हम तो अंगूठा छाप हैं बस इतना ...हाडौती के मामले में हम तो अंगूठा छाप हैं बस इतना ही समझे की हमने मुबारक बाद पहुँचाने में देर कर दी ! अब देर से ही सही हमारी गुड तिल भरी शुभकामनायें कबूल फरमाइये !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-55491743953417568432010-01-14T15:41:42.217+05:302010-01-14T15:41:42.217+05:30हम भौत हाड़ौती नै भी समझ ज्यागा।
लेकिन जब आप बोले...हम भौत हाड़ौती नै भी समझ ज्यागा। <br />लेकिन जब आप बोलेगे तो शायद समझ जाये गे.<br />लोहिड़ी पर्व और मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाये.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9870135032971390442010-01-14T15:28:02.441+05:302010-01-14T15:28:02.441+05:30दुर्गादान जी इस बेहतरीन गीत की प्रस्तुति ने संक्रा...दुर्गादान जी इस बेहतरीन गीत की प्रस्तुति ने संक्रांति पर्व को अनोखा बना दिया...रवि कुमार, रावतभाटाhttps://www.blogger.com/profile/10339245213219197980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-42321840077229567322010-01-14T13:11:52.440+05:302010-01-14T13:11:52.440+05:30हाड़ौती का सौन्दर्य इस गीत में देखने को मिलता है ।...हाड़ौती का सौन्दर्य इस गीत में देखने को मिलता है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-79357356700178910152010-01-14T08:31:21.681+05:302010-01-14T08:31:21.681+05:30सच कहूँ ,समझ न पाया.मकर संक्रांति की आप को हार्दिक...सच कहूँ ,समझ न पाया.मकर संक्रांति की आप को हार्दिक शुभकामनाये.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-77299122662873328502010-01-14T08:11:10.489+05:302010-01-14T08:11:10.489+05:30दिनेशजी, टिप्पणी करना मुश्किल हो रहा है। पहले ऑंस...दिनेशजी, टिप्पणी करना मुश्किल हो रहा है। पहले ऑंसू पोंछूँ यश टिप्पणी करूँ। हाडौती बराबर समझ नहीं पडती किन्तु यह कविता तो सीधी मन में उतरती चली गई और ऑंखें बहने लगीं।<br />क् या कहूँ - आपने सुबह-सुबह ही मन भीगो दिया। इस तरह रोना बडा अच्छा लग रहा है।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-51276568100786596122010-01-14T07:42:28.914+05:302010-01-14T07:42:28.914+05:30मकर सन्क्रान्ति की शुभकामनाये . इस गीत के अनुवाद क...मकर सन्क्रान्ति की शुभकामनाये . इस गीत के अनुवाद क इन्तज़ार हैdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-23453554068025628232010-01-14T07:08:14.516+05:302010-01-14T07:08:14.516+05:30तुलसी, डाब, दियो अर साथ्य़ो,
पूजा अर, हवन बेटी
कतनो...तुलसी, डाब, दियो अर साथ्य़ो,<br />पूजा अर, हवन बेटी<br />कतनों भी खरचूँ तो भी म्हूँ,<br />थँ सूँ नँ होऊँ उरण बेटी <br /><br />अहा सर जी,<br />संक्रांत पर्व क्या ही सुन्दर दिल को छू लेने वाला गीत सुनाया आपने।<br />क्या हाड़ौती ज़ुबान इतनी मीठी है।<br />दुर्गादान जी प्रणाम।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-18076639564433057252010-01-14T07:04:18.789+05:302010-01-14T07:04:18.789+05:30हम तो बस इतना कहे दे रहे हैं कि
लोहिड़ी पर्व और ...हम तो बस इतना कहे दे रहे हैं कि<br /><br /><br />लोहिड़ी पर्व और मकर संक्रांति की आप को हार्दिक शुभकामनाये.<br /><br /><br />और संक्रांत पर दबाकर खिचड़ी चोखा खाने की तैयारी है पापड़ चटनी के साथ...फिर गुड तिल पट्टी...पतंग तो यहाँ उड़ न पायेंगे.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com