tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post1391768628296082632..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: इस के हिस्से में आख़िर ये रोशनी क्यूँ हैदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-29243493528732622782011-04-14T17:38:38.380+05:302011-04-14T17:38:38.380+05:30faarookee jee gazal ke liye kuch kahanaa sooraj ko...faarookee jee gazal ke liye kuch kahanaa sooraj ko deep sikhaane ke baraabar hogaa. pooree gazal bahut kamaal kee hai| dhanyavaad ise padhavane ke liye.निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-10951110813161012822011-04-14T08:10:20.249+05:302011-04-14T08:10:20.249+05:30जला के खुद को जो देता है रोशनी सब को
उसी चराग़ की ...जला के खुद को जो देता है रोशनी सब को<br />उसी चराग़ की क़िस्मत तीरगी क्यूँ है<br />बहुत सुन्दर गज़लM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-73281782405652812532011-04-12T22:15:30.877+05:302011-04-12T22:15:30.877+05:30बहुत खूब ! शुभकामनायें आपको !बहुत खूब ! शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-63931597063713867522011-04-12T21:27:53.406+05:302011-04-12T21:27:53.406+05:30बढ़ी है मुल्क में दौलत तो मुफ़लिसी क्यूँ है...
अच...बढ़ी है मुल्क में दौलत तो मुफ़लिसी क्यूँ है...<br /><br />अच्छी ग़ज़ल...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-90256192068774450442011-04-12T20:10:14.583+05:302011-04-12T20:10:14.583+05:30bhtrin gzal ke liyen shukriyaa jnaab . akhtar khan...bhtrin gzal ke liyen shukriyaa jnaab . akhtar khan akela kota rajsthanआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-14245732049415297332011-04-12T14:49:47.475+05:302011-04-12T14:49:47.475+05:30अच्छॆ प्रश्न पर इसका उत्तर का है !!!अच्छॆ प्रश्न पर इसका उत्तर का है !!!चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-25845193436627545412011-04-12T13:45:35.120+05:302011-04-12T13:45:35.120+05:30बेहतरीन, आपकी गज़लों में एक विशेष अपनापन लगता है।बेहतरीन, आपकी गज़लों में एक विशेष अपनापन लगता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-12880458124868118602011-04-12T11:47:38.190+05:302011-04-12T11:47:38.190+05:30आज हर दूसरा व्यक्ति अपने दुःख से कम दुखी है बल्कि ...आज हर दूसरा व्यक्ति अपने दुःख से कम दुखी है बल्कि दूसरों के सुखी होने के कारण ज्यादा दुखी है. पत्रकार, लेखक और कवि अपनी विचारधारा को समाचारों, लेखों और कवितायों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाते हैं. इसलिए किसी ने कितना सही कहा है कि- जहाँ न पहुंचे रवि, वहां पहुंचे कवि. ग़ज़ल की गहराईयाँ दिल को छू लिया है. बहुत अच्छी अभिव्यक्ति के लेखक और ब्लॉगर को धन्यबाद!<br /><br />भ्रष्टाचारियों के मुंह पर तमाचा, जन लोकपाल बिल पास हुआ हमारा. जन लोकपाल बिल को लेकर सरकार की नीयत ठीक नहीं लगती है.अब लगता है इन मंत्रियों को जूता-चप्पल की भाषा समझ आएगी. हमें अपने अधिकारों लेने के लिए अब ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा. महत्वपूर्ण सूचना:-अब भी समाजसेवी श्री अन्ना हजारे का समर्थन करने हेतु 022-61550789 पर स्वंय भी मिस्ड कॉल करें और अपने दोस्तों को भी करने के लिए कहेरमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीकhttps://www.blogger.com/profile/01260635185874875616noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-6446912230125097292011-04-12T09:51:22.711+05:302011-04-12T09:51:22.711+05:30हरेक राह यही पूछती है हम से 'सिराज'
सफ़र ...हरेक राह यही पूछती है हम से 'सिराज' <br />सफ़र की धूल मुक़द्दर में आज भी क्यूँ है.......<br /><br />jeh-nasib......anandum-anandum....<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-38064216798360041712011-04-12T09:24:48.999+05:302011-04-12T09:24:48.999+05:30किसी को इतनी भी फ़ुरसत नहीं कि देख तो ले
ये लाश कि...किसी को इतनी भी फ़ुरसत नहीं कि देख तो ले<br />ये लाश किस की है कल से यहीँ पड़ी क्यूँ है<br />कौन जाने कब ये फुर्सत होगीरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-1964154713090809512011-04-12T08:06:28.657+05:302011-04-12T08:06:28.657+05:30बेहद खूबसूरत ग़ज़ल है, शब्दों में बड़ी ख़ूबसूरती क...बेहद खूबसूरत ग़ज़ल है, शब्दों में बड़ी ख़ूबसूरती के साथ इतनी गहराई लेकर आएं हैं अहमद सिराज फ़ारूक़ी साहब... इस ग़ज़ल के ज़रिये मुलाकात करवाने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया...Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9362695158666524392011-04-12T02:58:03.993+05:302011-04-12T02:58:03.993+05:30वाह१! बहुत उम्दा गज़ल पढ़वाई आपने. आभार.वाह१! बहुत उम्दा गज़ल पढ़वाई आपने. आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-13318092014459095632011-04-12T02:57:04.310+05:302011-04-12T02:57:04.310+05:30बढ़िया गजल!बढ़िया गजल!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-38664140509271223992011-04-12T01:04:49.501+05:302011-04-12T01:04:49.501+05:30आपके ब्लॉग पे आया, दिल को छु देनेवाली शब्दों का इस...आपके ब्लॉग पे आया, दिल को छु देनेवाली शब्दों का इस्तेमाल कियें हैं आप |<br />बहुत ही बढ़िया पोस्ट है<br />बहुत बहुत धन्यवाद|<br /><br />यहाँ भी आयें|<br />यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो फालोवर अवश्य बने .साथ ही अपने सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ . हमारा पता है ... www.akashsingh307.blogspot.comआकाश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17420922344485600342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-79090889164270091702011-04-12T00:16:34.320+05:302011-04-12T00:16:34.320+05:30बहुत बढ़िया है, शायद मैं पहले भी कहीं पढ़ चुका हूं य...बहुत बढ़िया है, शायद मैं पहले भी कहीं पढ़ चुका हूं या कुछ इसी तरह की भावनाओं से युक्त पढ़ी होगी... बहुत अच्छी गजल है..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com